Tuesday, May 7th, 2024

होस्टल में रहकर मुर्गा-मच्छी खाने की मांग कर रहीं रीजनल कालेज की छात्राएं

भोपाल।
रीजनल कालेज की छात्राओं ने कालेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कालेज प्रबंधन के सामने मुर्गा-मच्छी के साथ वेज और नानवेज परोसने की पेशकश की है। वे अपनी 26 मांगों को लेकर कालेज प्रबंधन के सामने अडिग होकर खड़ी हो गई हैं। इसके चलते कालेज प्रबंधन ने देररात को बैठक ले रहा है।  


कालेज में शांति निकेतन और विनय निकेतन हास्टल हैं। दोनों हास्टल में करीब साढ़े तीन सौं छात्राएं रहती हैं। उन्होंने कालेज के सामने 26 सूत्रीय मांगे रखी हैं। इसमें सबसे ज्यादा चौकाने वाली करीब डेढ दर्जन मांगे हैं। इसमें सबसे ज्यादा चौकाने वाली मांग वेज और नानवेज की मांग करना है। इसमें वे हास्टल में मुर्गा-मच्छी के साथ अन्य नानवेज चीजों की मांग भोजन में परोसने की मांग कर रही हैं। यहां तक वे चौबीस घंटे हास्टल से बाहर रहने तक की मंजूरी मांग रही हैं, ताकि वे कभी आ-जा सकें। इसके अलावा वे हास्टल में चौबीस घंटे पानी, जिम, लाइब्रेरी खुली होने के साथ भोजन मिलना, सुबह पांच से रात साढ़े दस बजे बाहर रहने की मंजूरी, स्टेशनरी और कैंटीन का संचालन,  छात्रा संगठन की गठन, छात्राओं के परिचितों को हास्टल में रहने की सुविधा, उनकी मर्जी से वेज और नान वेज खाने को मिले, हास्टल से सीसीटीवी कैमरों को हटाया जाए, हास्टल की हरेक विंग में वाई-फाई मौजूद रहे, चीफ वार्डन कल्पना मक्सी, डिप्टी वार्डन और वार्डन को तत्काल हटाया जाए के साथ 26 मांगे हैं। कालेज प्रबंधन उन्हें पूरी करने को तैयार नहीं हैं। कालेज में रहते हुए घर से मिलने वाली आजादी से ज्यादा चाहती हैं। इसके चलते उन्होंने कालेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलकर धरने पर बैठ गई हैं। उनकी मांगों को देखकर कालेज प्रबंधन के अधिकारियों को पसीना जरूर छूट गया है। कुछ अधिकारियों का कहना हैं छात्राओं को हमारे जिम्मेदारी पर कालेज में पढ़ने केलिए भेजा गया है। वे उस आजादी की मांग कर रही हैं, जो उन्हें पारिवारिक सदस्य तक नहीं दे सकते हैं। धरने पर बैठी छात्राओं ने तत्काल कार्रवाई कर उचित निर्णय लेने की चेतावनी कालेज प्रबंधन को दी है। इसलिए प्राचार्य नित्यानंद प्रधान ने एचओडी, प्रोफेसर और सभी वार्डन के साथ छात्राओं आपात बैठक बुलाई है। बैठक में होने वाले निर्णय पर बुधवार की सुबह आदेश जारी किए जाएंगे। हालांकि इसके पहले भी छात्राओं ने कालेज प्रबंधन केखिलाफ मोर्चा खोलकर अपनी मांगों को पूरा करा लिया था। अब उनकी मांगी और बढ़ गई हैं। छात्राओं की अनायास मांगों पर कालेज प्रबंधन राजी होने को तैयार नहीं हैं,जिसका विरोध छात्राएं लगातार कर रही हैं।  जबकि पूर्व में भी छात्राओं ने जिद में आकर रात नौ बजे तक बाहर रहने की मांग की थी। इस दौरान भी करीब दो दर्जन मांगे रखी गई थीं, जिसमें से कालेज ने चंद मांगें ही पूरी की थीं। अब छात्राएं दोबारा से अपनी मांगों पर अड़ गई हैं।

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